ईमेल आईडी, पासवर्ड, क्रेडिट कार्ड की डिटेल भूल कर भी न करें शेयर
वॉइस ऑफ़ बहादुरगढ़ न्यूज़ झज्जर : डीसी कैप्टन शक्ति सिंह ने आमजन से साइबर खतरों से सावधान एवं सतर्क रहने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि बढ़ते हुए साइबर अटैक अथवा साइबर अपराधों को रोकने में सरकार ही नहीं बल्कि आम उपभोक्ताओं की भी बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। ऐसे हमलों को रोकने में उपभोक्ताओं की सजगता और सतर्कता की बहुत बड़ी भूमिका होती है। इसके लिए आवश्यक है कि उपभोक्ता, फोरम या वेबसाइट्स पर अपनी संवेदनशील जानकारी ईमेल आईडी, पासवर्ड, क्रेडिट कार्ड की डिटेल शेयर न करें। अपना पासवर्ड मजबूत रखें, कोई भी लिंक क्लिक करने से पहले देखें कि वह वेबसाइट ठीक है।
डीसी ने बताया कि सिस्टम की सुरक्षा के लिए अपने सिस्टम को अपडेट करते रहें और भरोसेमंद सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करें। भेजे जाने वाले स्पैम मेसेज को खोलने से बचें, ओपन वाई-फाई का इस्तेमाल न करें। साथ ही एक वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क का प्रयोग करें। आप एक सुरक्षित नेटवर्क से जुडकऱ और थोड़ी सी सतर्कता और सजगता बरत कर साइबर हमले अथवा अपराध की गिरफ्त में आने से बच सकते हैं। पुलिस विभाग ने साइबर अपराधों से निपटने के लिए हेल्पलाइन नंबर 1930 शुरू किया है, जिसकी मदद लेकर साइबर खतरों स बचा जा सकता है।
उन्होने नागरिकों को आगाह करते हुए कहा कि साइबर अटैकर्स कमजोर सिस्टम पर हमला करने और उस पर नियंत्रण करने के लिए मैलिसस कोड का सहारा लेते हैं। साइबर सिक्योरिटी पर अटैक अनेक प्रकार से किए जा सकते हैं। इसके लिए मैलवेयर, फिशिंग अटैक, डिनायल ऑफ सर्विस, मैन इन द मिडिल के माध्यम से किया जा सकता है। इसको सिस्टम को हैक करने, क्रिप्टोकरेंसी के रूप में पैसे की मांग के लिए या फिर डार्क वेब पर डेटा बेचने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इस तरह के हमलों में संवेदनशील एवं महत्वपूर्ण जानकारी जो उपयोगकर्ता के वेबसाइट पर उपलब्ध है, उसे बिना किसी वेबसाइट या यूजर्स के ज्ञान के हाईजैक कर लिया जा सकता है।
नागरिक साइबर सिक्योरिटी के लिए ये अपनाएं जरूरी टिप्स
कैप्टन शक्ति सिंह ने बताया कि आपको अपने कंप्यूटर सिस्टम या डिवाइस में साइबर सिक्योरिटी को ध्यान में रखते हुए एंटीवायरस को जरूर इंस्टॉल करना चाहिए। एक अच्छा एंटीवायरस आपको मैलवेयर और डाटा सिक्योरिटी ब्रीच के खतरे से बचाने का काम करता है। इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि बैंक आपसे कभी भी एटीएम कार्ड नंबर, सीवीवी, ओटीपी, यूपीआई पिन आदि की मांग नहीं करता है। हमेशा मजबूत पासवर्ड का उपयोग करें। पासवर्ड ऐसा रखें जिसका कोई भी व्यक्ति आसानी से अनुमान ना लगा सके। अपने पासवर्ड को हमेशा गुप्त रखें और किसी को भी अपना पासवर्ड न बताएं। किसी अज्ञात ईमेल से आयी ईमेल अटैचमेंट को कभी भी ना खोलें. क्योंकि इसमें वायरस भी हो सकता है. और यह साइबर अपराधियों द्वारा आपका डाटा चुराने की एक साजिश भी हो सकती है। गृह मंत्रालय द्वारा ऑनलाइन साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल शुरू किया गया है। यहां आप साइबर क्राइम के बारे में रिपोर्ट कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि व्ट्सअप यूजर्स अंतरराष्ट्रीय नंबरों वाली अनचाही कॉल्स को रोकने के लिए लिए उन्हें नंबर को रिपोर्ट और ब्लॉक कर सकते हैं। ऑनलाइन वित्तीय धोखाधड़ी की रिपोर्ट 1930 पर करें