वॉइस ऑफ़ बहादुरगढ़ न्यूज़ रोहतक : स्थानीय सप्तक कल्चरल सोसायटी द्वारा देश भर में हरियाणा और रोहतक का नाम रोशन करने वाली शहर की सुप्रसिद्ध दिवंगत कला विभूतियों की स्मृति में एक सुरीली सांझ “एक शाम अपनों के नाम” का आयोजन किया गया। रोहतक शहर के मेयर मनमोहन गोयल कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे जबकि अति विशिष्ट अतिथि के तौर पर सीनियर डिप्टी मेयर राज कमल सहगल ने शिरकत की। पठानिया वर्ल्ड कैंपस में आयोजित इस संगीतमय संध्या की अध्यक्षता पठानिया स्कूल की चेयरपर्सन श्रीमती वर्षा पठानिया ने की। मंच संचालन सप्तक के सचिव अविनाश सैनी और स्व. श्याम भटेजा की बहन नीलम मदान ने किया। सप्तक के अध्यक्ष विश्व दीपक त्रिखा और कार्यक्रम समन्वयक सुभाष नगाड़ा ने पुष्प गुच्छ दे कर विशिष्ट अतिथियों का स्वागत किया इस मौके पर बोलते हुए समारोह के मुख्य अतिथि मनमोहन गोयल ने कहा कि संगीत हमारी विरासत है और कलाकार हमारी धरोहर। हमें अपने कल को संजोए रखने के लिए सतत प्रयत्न करते रहना है। इसी से हमारी कला आगे बढ़ेगी और हमारी विरासत को संवर्धन मिलेगा। अति विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ उप मेयर राजू सहगल ने संगीत को हमारी संस्कृति की रीढ़ की हड्डी बताते हुए कहा कि हमें अपने जड़ों को मजबूत करना है और अपने कलाकारों को सम्मान देना है। ऐसा कार्यक्रम करके सप्तक ने एक बहुत ही अच्छी नींव रखी है जो कि कलाकारों को प्रोत्साहित करने में कामयाब रही है। उन्होंने इस कार्य में लगातार सहयोग देने के लिए पठानीय स्कूल के निदेशक अंशुल पठानिया की भूरी भूरि प्रशंसा की और आश्वासन दिया के ऐसे कार्यों के लिए उनकी व निगम की तरफ से हर संभव सहायता दी जाएगी अतिथियों का स्वागत करते हुए सुभाष नगाड़ा ने कहा यह कार्यक्रम शहर के कलाकारों के प्रेरणास्रोत रहे सप्तक की संस्थापक अध्यक्ष श्रीमती प्रेमलता अलावादी, संस्थापक सचिव यशवंत सिंह, आकाशवाणी रोहतक के म्यूजिक डायरेक्टर श्रीकृष्ण शर्मा, सप्तक के ही संस्थापक उप प्रधान और प्रसिद्ध पंजाबी गीत दिल लै गई कुड़ी गुजरात दी के संगीत निर्देशक श्याम भटेजा तथा हरियाणा की शान व शास्त्रीय संगीत ध्रुपद गायकी के मूर्धन्य हस्ताक्षर कुंदन लाल भूत जी की याद में किया गया है। उन्होंने कहा कि यह सभी वह लोग हैं जिन्होंने अपनी सारी जिंदगी संगीत और नृत्य के क्षेत्र में लगा दी, एक मुकाम हासिल किया, एक नाम हासिल किया और आज अपनी विरासत हमें सौंप कर परलोक सिधार चुके हैं। सप्तक द्वारा ये महसूस किया गया कि अपने दिवंगत कलाकारों को श्रद्धांजलि देना हमारा फर्ज है, ताकि आज की पीढ़ी समझ सके कि गुरु शिष्य परंपरा क्या है। विश्वदीपक त्रिखा ने कहा कि कार्यक्रम का उद्देश्य अपने प्रेरणा स्रोत कलाकारों की परंपरा को आगे बढ़ाना और नए उभरते हुए कलाकारों तक अपने शहर की लिगेसी को हस्तांतरित करना है। यह कार्यक्रम इन दिवंगत विभूतियों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए किया गया है कार्यक्रम का आगाज आकाशवाणी रोहतक के पूर्व निदेशक कैलाश वर्मा द्वारा एक भजन से किया गया। तत्पश्चात एक और भजन हरियाणवीं संगीत की जान मीनाक्षी पांचाल और रूपाली शर्मा द्वारा पेश किया गया। इसके बाद शहर के बड़े-बड़े कलाकारों, विख्यात शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर दिनेश खोसला, लोक गायिका और हरियाणा कृषि विश्व विद्यालय हिसार की डॉ. संध्या शर्मा, डॉ. सर्वजीत कौर, महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के संगीत विभाग के पूर्व अध्यक्ष डॉ. हुकम सिंह मेहता और विख्यात कलाकार तथा हरियाणा के गुरदास मान कहे जाने वाले शमिंदर शम्मी ने अपनी गायकी से संध्या को रोशन किया इस अवसर पर हरियाणा, दिल्ली व पंजाब के अनेक गणमान्य व्यक्तियों व संगीत प्रेमियों शिरकत की, जिनमें पंजाब सरकार में मंत्री गुरदेव सिंह के भाई गुलाब सिंह, श्याम भटेजा की पत्नी शालिनी, श्रीकृष्ण शर्मा की पुत्री रूपली, यशवंत सिंह की पुत्री निष्ठा, डॉक्टर बलबीर सलूजा, देवेन्द्र शर्मा, डॉक्टर विनय कमल, डॉ. सुधीर शर्मा, धर्मपाल मलिक, डॉ. जगबीर राठी, गुलशन शर्मा, कुसुम शंकर, सीमा चौधरी, मालविका पंडित, कोर मोबाइल के प्रतिनिधि अरविंद मनचंदा, संजय ढाका और प्रदीप ढुल शामिल रहे। अंत में विश्व दीपक त्रिखा और सुभाष नगाड़ा ने सभी आए हुए गणमान्य अतिथियों का धन्यवाद किया और आश्वासन दिया कि वे आगे भी ऐसे कार्यक्रम निरन्तर करवाते रहेंगे।