वॉइस ऑफ़ बहादुरगढ़ न्यूज़: भारत की जनता खालिस्तान की नहीं अलबत्ता अखंड भारत की समर्थक है। कुछ लोग देश का माहौल खराब करने के लिए भड़काने वाली घटनाओं को अंजाम देने की फिराक में होते हैं, जिसकी जितनी निन्दा की जाए, उतनी कम है। अमृतपाल जैसे खालिस्तान समर्थकों को जनता कभी सहन नहीं करेगी, सरकार को ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए ताकि पंजाब में दोबारा आतंकवाद सिर ना उठा सके। जब सरकार ने जम्मू-कश्मीर से धारा 370 को तोड़ा तो लोगों को उम्मीद जगी थी कि अब देश में उग्रवाद व उनके समर्थकों के लिए कोई जगह नहीं बची है परंतु अब एक बार फिर विदेशों में बैठे आतंकियों व भारत में रहने वाले गर्म दल के नेताओं एवं कुछ मुट्ठी भर लोगों द्वारा ऐसे ब्यान दिए जा रहे हैं, जिससे पंजाब व हरियाणा की शांति भंग होने के आसार बन रहे हैं। जिस प्रकार अमृतपाल ने अजनाला में गुरु ग्रंथ साहिब की आड़ में थाने पर हमला करने जैसी कार्रवाई को अंजाम दिया, वह निन्दनीय तो है ही बल्कि यह कायरतापूर्ण कार्रवाई भी है। पंजाब पुलिस तारीफ के काबिल है क्योंकि यदि पुलिस चाहती तो उसी समय गोली व लाठी से उन्हें खदेड़ सकती थी परंतु पुलिस ने गुरु ग्रंथ साहब का अपमान होने से बचा लिया, चाहे इसके लिए चाहे पुलिस को अपने ऊपर लाठियां ही क्यों ना खानी पड़ी हों।
आतंकी व उनके समर्थक एक बार फिर पंजाब में आतंकवाद फैलाकर पंजाब की सड़कों को खून से लाल करना चाहते हैं। अमृतपाल को पाकिस्तान व विदेश में बैठे गुरपतवंत सिंह पन्नू जैसे आतंकी संगठनों से फंडिंग हो रही है। लोगों को आह्वान है कि वे केवल सरकार पर ही निर्भर ना रहें और अपने आसपास हो रही गैर कानूनी गतिविधियों पर निगाह रखें। यदि आपके समक्ष कोई ऐसी घटना सामने आती है तो वे इसकी सूचना तुरंत प्रशासन को दें ताकि ऐसी घटनाओं व ऐसे लोगों की गैरकानूनी गतिविधियों पर रोक लगाई जा सके। पंजाब लम्बे समय तक आतंकवाद को झेल चुका है और आतंकवाद की आग से पंजाब के सीमावर्ती हरियाणा सहित कई अन्य राज्य भी इसका नुकसान उठा चुके हैं परंतु अब ऐसा नहीं होने वाला है।आतंकियों व उनके समर्थकों को खुली चेतावनी है कि वे अपनी हरकतों से बाज आ जाएं और देश व प्रदेश का अमन-चैन खराब ना करें।
सरकार से यह भी मांग है कि खालिस्तान समर्थकों के पास मौजूद हथियारों व लाइसेंसों की जल्द जांच की जाए। आशंका है कि जिस प्रकार अमृतपाल जैसे लोग खुले में प्राइवेट सुरक्षा गार्डों के बीच घूम रहे हैं तो सुरक्षा की आड़ में उक्त लोगों के पास अवैध असले भी मौजूद हो सकते हैं।अमृतपाल कुछ भी नहीं है और एक सामान्य व्यक्ति है परंतु उसके पास इतने गनमैन होने का क्या मतलब है ? देश के गृह मंत्री से मांग की है कि 15 व 16 मार्च को जी-20 की बैठक को देखते हुए ऐसे लोगों पर तुरंत लगाम कसी जाए ताकि विदेशों में भारत की किरकिरी ना हो सके।