बहादुरगढ़। भारतीय शैली कुश्ती महासंघ (भारत) द्वारा हैदराबाद में 5 से 8 जनवरी तक कुश्ती प्रतियोगिता का आयोजन स्वर्गीय गुरु श्री रोशनलाल (द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता ) तथा स्वर्गीय श्री विजय कुमार यादव जी (पूर्व अध्यक्ष तेलंगाना भारतीय शैली कुश्ती संघ ) की याद में किया जाएगा। इस कुश्ती प्रतियोगिता में देशभर के नामी पहलवान हिस्सा लेकर अपना दम दिखाएंगे। इस प्रतियोगिता में हिन्द-केसरी (महिला-पुरुष) के अलावा विभिन्न भार वर्ग की कुश्तियां होंगी। यह जानकारी संघ के अध्यक्ष नफे सिंह राठी ने दी।
उन्होंने बताया कि पुरुष वर्ग में कुल 9 भार वर्ग की कुश्तियां होंगी, जिसमें 55, 60, 65, 70, 75, 80, 85 व 90 किलोग्राम तथा पुरुष हिन्द-केसरी टाईटल के मुकाबले होंगे। वहीं महिला वर्ग में 48, 52, 56,62 व 68 किलोग्राम भार वर्ग तथा महिला हिंद-केसरी टाइटल के मुकाबले होंगे। इसके अलावा पुरुष हिंद केसरी टाइटल वेट के लिए 85 से 140 किलोग्राम भार वर्ग का मुकाबला होगा। इसी प्रकार महिला हिंद केसरी भार वर्ग में भी 65 से 90 किलोग्राम का मुकाबला होगा। उन्होंने बताया कि प्रतियोगिता वल्र्ड फेडरेशन ऑफ इंडियन स्टाइल रेसलिंग के तहत व यूडब्ल्यूडब्ल्यू की गाइडलाइंस के अनुसार होगी। हिंद केसरी मुकाबले में पहले स्थान पर आने वाले विजेता पहलवान को 3 लाख रुपए, दूसरे स्थान पर आने वाले पहलवान को 2 लाख, तीसरे स्थान पर आने वाले पहलवान को 1 लाख व चौथे स्थान पर आने वाले पहलवान को 75 हजार रुपए की राशि इनाम स्वरूप दी जाएगी। वहीं महिलाओं के हिंदु केसरी मुकाबले में पहला इनाम 1 लाख, दूसरा 51 हजार रुपए, तीसरा 35 हजार रुपए व चौथा इनाम 25 हजार रुपए दिया जाएगा। पुरुषों के सभी भार वर्ग में पहला इनाम 31 हजार रुपए, दूसरा इनाम 25 हजार रुपए व तीसरे स्थान पर आने वाले प्रतिभागी को 15 हजार रुपए की इनामी राशि दी जाएगी। वहीं महिलाओं के सभी भार वर्ग में पहला इनाम 25 हजार रुपए, दूसरा 15 हजार रुपए व तीसरा इनाम 10 हजार रुपए दिया जाएगा। वहीं पुरुष टीम चैंपियनशिप में पहला इनाम 10 हजार रुपए, दूसरा 7 हजार रुपए व तीसरा 5 हजार रुपए दिया जाएगा। महिलाओं की टीम चैंपियनशिप में पहला 7 हजार रुपए, दूसरा 5 हजार रुपए व तीसरा 3 हजार रुपए दिया जाएगाभारतीय कुश्ती संघ भारतीय शैली खिलाडिय़ों को प्रोत्साहित करने के लिए कृत संकल्प है और समय-समय पर प्रतियोगिताएं आयोजित करके खिलाडिय़ों का उत्साह वर्धन करता रहता है। साथ ही उन्होंने कहा कि भारतीय शैली कुश्ती को बढ़ावा देने के लिए संघ निरंतर प्रयासरत है और इसको लेकर भी पूरे देश भर में बैठक आयोजित करके लोगों को जागरूक किया जाता रहता है। भारतीय कुश्ती शैली प्राचीन काल के समय से चली आ रही है। जिसके तहत मिट्टी की कुश्ती होती है। यह बहुत ही पुरानी खेल पद्धति है। जिसके बाद ही खिलाड़ी या पहलवान दूसरी कुश्तियों में अपना दमखम दिखाते हैं। उन्होंने कहा कि भविष्य में भी भारतीय शैली कुश्ती महासंघ, पहलवानों को बढ़ावा देने के लिए कार्य करता रहेगा और पहलवानों को सभी सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी, ताकि आने वाले युवा पहलवानों को प्रेरणा मिल सके और उनका रुझान भारतीय शैली कुश्ती के तरफ बढ़ सके।