पर्यावरण संरक्षित नहीं किया तो आने वाली पीढिय़ों का अस्तित्व खतरे में : डॉ जसमेर सिंह

पर्यावरण संरक्षित नहीं किया तो आने वाली पीढिय़ों का अस्तित्व खतरे में : डॉ जसमेर सिंह

 बेरी स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में एनएसएस स्वयंसेवकों को जल और पर्यावरण संरक्षण के लिए किया जागरूक
बेरी(झज्जर ) 08 जनवरी।
   राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय कैम्प के चौथे दिन रोहतक से साइकिलिस्ट मुकेश कुमार नानकवाल स्वयंसेवकों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करने के लिए खरखोदा, सांपला होते हुए रविवार को बेरी स्थित सीनियर सेकेंडरी स्कूल  पहुंचे । उन्होंने स्कूल परिसर में  101 किलोमीटर की साइकिल यात्रा से एनएसएस स्वयंसेवकों को प्रेरित किया ।
     एनएसएस कॉर्डिंनेटर आशा दहिया ने मुख्य अतिथि पर्यावरणविद , शिक्षाविद डॉ जसर्मे सिंह व विशिष्ट अतिथि मुकेश नैनकवाल और रक्त वीर अजय हुड्डा  का स्वागत किया।  इस मौके पर नहरों की पुकार कार्यक्रम के मुख्य संरक्षक डॉ जसमेर सिंह व मुकेश नैनकवाल ने सयुंक्त रूप से विद्यार्थियों को बताया कि द लेसन्ट के सर्वे के अनुसार हर साल 16.7 लाख लोग प्रदूषण के कारण मरते हैं । आज पर्यावरण के जो हालात हैं उसको देखते हुए आने वाले समय में सांसों के लिए ऑक्सीजन और पीने के लिए पानी नहीं मिलेगा । पानी को दूषित होने से बचाव के लिए  प्रयास करने होंगे । ये पर्यावरण हम सबका है इसके लिए सभी को प्रयास करने होंगे,तभी पानी को प्रदूषित होने से बचाया जा सकता है।
कार्यक्रम के अंत में  एनएनएस की कार्यक्रम अधिकारी आशा दहिया ने सभी मेहमानों का धन्यवाद करते हुए आश्वस्त किया गया कि जीवनदायिनी नदियों और नहरों को प्रदूषित होने से रोकने के लिए चलाए जा रहे सुनो नहरों की पुकार मिशन से स्वयंसेवक जरूर प्रेरणा लेंगे ।

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