वॉइस ऑफ़ बहादुरगढ़ न्यूज़ झज्जर, 06 फरवरी। डीसी कैप्टन शक्ति सिंह ने कहा कि जिला के किसानों की सुविधा के लिए हरियाणा सरकार द्वारा चलाए जा रहे मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल को दोबारा से खोल दिया गया है,अब पोर्टल पर फसल पंजीकृत करवाने से वंचित किसान आगामी 15 फरवरी तक हर हालत में अपनी फसलों का पंजीकरण करवाकर सरकार की किसान हितैषी नीतियों का लाभ उठाएं। उन्होंने किसानों से अपनी फसल का पोर्टल पर अगले 10 दिनों के अंदर रजिस्ट्रेशन करवाने का आह्वान किया है ताकि उन्हें फसल बेचने में किसी प्रकार की असुविधा का सामना ना करना पड़े।
जिला भर में किसानों की है 3 लाख 75 हजार एकड़ भूमि,1 लाख 75 हजार एकड़ पंजीकृत
उन्होंने कहा कि बेमौसमी बरसात के चलते जिन खेतों में इस बार किसी कारणवश बिजाई नहीं हो पाई,ऐसे किसानों को भी ‘‘कोई फसल नही‘‘ का पंजीकरण करवाना अनिवार्य है।
डीसी ने बताया कि कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार जिला झज्जर में कुल 3 लाख 75 हजार एकड़ कृषि योग्य भूमि है,जिनमें से 1 लाख 75 हजार एकड़ भूमि का पंजीकरण हो चुका है। किसान अपनी भूमि का इस पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करवाए जिसकी अंतिम तिथि 15 फरवरी 2023 है। इसके साथ ही पोर्टल पर किसान सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं जैसे कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, भावान्तर भरपाई योजना व मौसम की वजह से फसलों को होने वाले नुकसान के लिए भी इसी पोर्टल पर ई-क्षति का रजिस्ट्रेशन करवा सकते है। उन्होंने कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे गांवों में सीएससी सेंटरों के माध्यम से शत प्रतिशत किसानों की जमीन का पंजीकरण करवाना सुनिश्चित करें।
उन्होंने बताया कि मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल को लेकर एडीसी प्रदीप कौशिक की अध्यक्षता में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है,जिसकी नियमित रूप से मॉनिटरिंग की जा रही है।
गांवों में किसानों से फसल रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को जल्द पूरा कराएं कृषि अधिकारी
दूसरी ओर कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के तकनीकी अधिकारी डा ईश्वर सिंह जाखड़ ने बताया कि जिला झज्जर में पौने चार लाख एकड़ कृषि योग्य भूमि है,जिसमें एक लाख 75 हजार एकड़ के लिए मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण हो चुका है,बाकी के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया के लिए सरकार द्वारा इस पोर्टल को दोबारा खोल दिया गया है । सभी किसान स्वयं अपने स्मार्ट फोन से या अटल सेवा केन्द्र पर जाकर फसल का पंजीकरण करवा सकते हैं। यदि इसमें कोई समस्या आए तो संबंधित कृषि विकास अधिकारी से संपर्क करें।