सीएम खट्टर के कार्यालय में हुए भ्रष्टाचार को लेकर आप नेता अनुराग ढांडा ने निशाना साधा

सीएम खट्टर के कार्यालय में हुए भ्रष्टाचार को लेकर आप नेता अनुराग ढांडा ने निशाना साधा

जमीन खरीद घोटाले की डील में हुई ट्रांजेक्शन की डिटेल को सार्वजनिक करें नीरज दफ्तुआर – अनुराग ढांडा

वॉइस ऑफ़ बहादुरगढ़ न्यूज़ रोहतक : आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता अनुराग ढांडा ने सोमवार को पार्टी के जोन कार्यालय में प्रेसवार्ता की। उन्होंने मुख्यमंत्री खट्टर के कार्यालय में हुए करोड़ों रुपये के जमीन खरीद घोटाले और भ्रष्टाचार पर दिए सीएम खट्टर के आधे अधूरे जवाब को लेकर निशाना साधा। उन्होंने कहा सीएम सही से जवाब नहीं दे रहे, वे केवल टाल मटोल कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि तीन दिन में अगर किसी प्रदेश के मुख्यमंत्री को उनके ही कार्यालय में हुए करोड़ों रुपये के जमीन खरीद घोटाले के बारे में सूचना नहीं मिल रही तो समझ लीजिए प्रदेश राम भरोसे चल रहा है। उन्होंने सीएम खट्टर से कहा अगर कुछ संशय दिमाग में रह गया हो तो इस घोटाले के कुछ और तथ्य मीडिया के माध्यम से पेश कर रहे हैं ताकि ये साफ हो जाए कि आपके दफ्तर में बैठ कर कैसे आपके अधिकारियों ने करोड़ों रुपये का भ्रष्टाचार किया। उन्होंने इस घोटाले की सीबीआई और ईडी से जांच करने की मांग की उन्होंने कहा कि सीएम के पूर्व ओएसडी नीरज दफ्तुआर की तरफ से एक जवाब आया जिसमें उन्होंने तीन करोड़ की जमीन खरीदने के लिए करीब चार करोड़ रुपये खर्च किए। उन्होंने आरोप लगाया कि इंडस्ट्रियल टाउनशिप की रिपोर्ट मई 2022 के अनुसार उस वक्त जमीन का रेट 12 हजार प्रति स्कवेयर मीटर था यानी 5 करोड़ रुपये प्रति एकड़। इस रिपोर्ट के हिसाब से 45 करोड़ रुपये की जमीन बनती है। उन्होंने कहा कि कोई भी कंपनी अपने मुनाफे से समझौता नहीं करती जब तक बदले में उन्हें कोई और फायदा न मिल रहा हो।उन्होंने कहा कि नीरज दफ्तुआर की कंपनी को अगर 45 करोड़ रुपये की जमीन 4 करोड़ रुपये में मिली है तो खट्टर साहब उन्होंने खुद 41 करोड़ रुपये भ्रष्टाचार के रूप में स्वीकार कर लिए हैं। जब से यह डील शुरू हई तभी से सीएम के पूर्व ओएसडी की निगरानी में यह भ्रष्टाचार हुआ है।

उन्होंने कहा कि झज्जर जिले के बादली तहसील के खालिकपुर गांव में 9 एकड़ जमीन 2 करोड़ 73 लाख रुपये में मॉडल इकनॉमिक टाऊनशिप लिमिटेड (एमईटी) ने रियल लोजिस्टिकस एलएलपी कंपनी (एएनए) को बेचा। जो बाद में सीएम के पूर्व ओएसडी और उनके परिवार की कंपनी हो गई। जबकि इस जमीन की बाजार में कीमत 45 करोड़ रुपये है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस डील में जो पहला चेक दिया गया वो 25 मार्च 2022 को दिया गया। यानी जिस वक्त ये नौ एकड़ जमीन एक कंपनी से दूसरी कंपनी को हस्तांतरित हुई। उस वक्त तक कंपनी के अकाउंट में एक भी पैसा नहीं गया था। इससे साफ नजर आता है कि यह खुलेआम भ्रष्टाचार हुआ है उन्होंने पूर्व ओएसडी नीरज दफ्तुआर को चुनौती देते हुए कहा कि अगर वे सही हैं तो इस डील में हुई ट्रांजेक्शन की डिटेल को सार्वजनिक करें। 45 करोड़ रुपये की जमीन बिना एक पैसा अपने अकाउंट में आए अगर कोई कंपनी उसे बेच देती है तो इसका मतलब दिखावे के लिए ये ट्रांजेक्शन हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि दरअसल उस कंपनी के द्वारा नीरज दफ्तुआर के परिवार को पैसा पहुंचाया जाना था उसके लिए रास्ता बनाया जा रहा था। उन्होंने कहा कि खट्टर साहब अगर आंखें बंद कर लेंगे तो शीशे में आपको अपना चेहरा भी नहीं दिखेगा। आंखें खोलिये और देखिये आपके इर्द गिर्द भ्रष्टाचार हुआ ये स्पष्ट नजर आ रहा है। उन्होंने कहा कि अगर सीएम खट्टर अपनी छवि बचा कर रखना चाहते हैं और भ्रष्टाचार के विरोधी हैं। तो इस पूरे प्रकरण पर तुरंत कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज कराएं उन्होंने कहा कि यह घोटाला खुलेआम खट्टर सरकार में महत्वपूर्ण पद पर रहते हुए किया गया। आम आदमी पार्टी इस घोटाले की सीबीआई और ईडी से जांच करने की मांग करती है। अगर सीएम खट्टर ने इस मामले कार्रवाई नहीं करते तो जनसंवाद कार्यक्रम में भी आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता इस बारे में सवाल पूछेंगे। आम आदमी पार्टी आने वाले दिनो में सरकार के भ्रष्टाचार के लंबे-चौड़े चिट्ठे जनता के सामने पेश करेगी। इस मौके पर बिजेंद्र हुड्डा, कुलदीप मोखरा, नरेश बागड़ी, रविंद्र जाखड़, एडवोकेट महेश शर्मा, अशोक काजल, सुरेंद्र नांदल, हरीश, नवीन सांपला और सुनील खगनवाल मौजूद रहे।

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