वॉइस ऑफ़ बहादुरगढ़ न्यूज़ झज्जर: 23 फरवरी 2023 आमजन को साइबर अपराध के प्रति जागरूक करते हुए झज्जर पुलिस द्वारा अनजान नंबर से आई वीडियो कॉल को रिसीव ना करने का आह्वान किया गया है। साइबर अपराधी रोजाना ठगी का नया तरीका निकाल रहे हैं। अब नया ट्रेंड देखने को मिला है कि जालसाज व्यक्ति लड़कियों के माध्यम से अश्लील (न्यूड) वाट्सएप कॉल कराके उसका वीडियो बनाते हैं और फिर उससे लोगों को ब्लैकमेल कर पैसों की मांग करते हैं। झज्जर जिला में भी इस प्रकार के कुछेक मामले सामने आने के बाद स्थानीय पुलिस ने लोगों को सतर्क रहने का आह्वान किया है। इसमें साइबर अपराधी अश्लील वीडियो दिखाकर लोगों को ब्लैकमेल करने का प्रयास करते हैं। वाट्सएप या किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफार्म के माध्यम से अंजान नंबरों से किए गए वीडियो कॉल को रिसीव करने से बचें। अगर गलती से वीडियो कॉल उठा लेते हैं, तो डरने की जरूरत नहीं है। पुलिस से शिकायत करें और किसी को भी पैसे न दें। पुलिस अधीक्षक झज्जर श्री वसीम अकरम ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से जानकारी देते हुए बताया कि आज के इस तकनीकी युग में तरह -2 के साइबर अपराध सामनें आ रहे हैं। जिनके प्रति हर पल सचेत रहने की आवश्यकता है। क्योंकि जरा सी चूक के कारण साइबर अपराध की घटना किसी भी व्यक्ति के साथ हो सकती है। इसलिए ऑनलाइन करने कार्य करने वाले सभी व्यक्तियों को खुद को साइबर अपराधों के प्रति सचेत व सावधान रहना चाहिए। कोई भी अन्जान व्यक्ति आपके साथ आपकी भलाई का झांसा देकर ऑनलाइन धोखाधडी को अन्जाम दे सकता है। क्योकि साइबर क्रिमनल लॉटरी में लाखों रुपए का इनाम निकलने का झांसा देकर, टैक्स रिफंड, ऑनलाइन फर्जी जॉब ऑफर्स, किसी तीर्थ यात्रा का पैकेज, केवाईसी को अपडेट करने, बैंक खाते के निलंबन, सिम की वैद्यता समाप्ति बारे, फर्जी एसएमएस या कॉल अथवा मैसेज करके या किसी अन्य तरीके से सीधे-सादे लोगो को बहला-फुसलाकर बेवकूफ (मूर्ख) बनाकर उनके साथ धोखाधडी करते है। इस प्रकार के लुभावनें आफर्स से बचें। किसी अन्जान व्यकित की बातों में आकर अपनी निजी जानकारी बैक खाता या ओटीपी इत्यादि शेयर ना करें।
पुलिस अधीक्षक महोदय ने बताया कि साइबर ठग लोगों को वॉट्सएप पर अश्लील वीडियो कॉल करते हैं। इनमें महिलाओं का उपयोग किया जाता है। जैसे ही कोई व्यक्ति कॉल रिसीव करता है, उसके सामने एक निर्वस्त्र महिला होती है। वह उससे बात करती है। इस दौरान वीडियो कॉल को रिकॉर्ड कर लिया जाता है। इसके बाद ठग इस आपत्तिजनक वीडियो को एडिट कर उस व्यक्ति को वॉट्सएप पर भेजकर उसे ब्लैकमेल करने का प्रयास करता है। अश्लील वीडियो कॉल से कुछ व्यक्ति साइबर क्रिमिनल्स के झांसे में आ जाते हैं और ठगी का शिकार हो जाते हैं। इसलिए किसी भी अन्जान नम्बर से कोई विडियो कॉल आती है तो सावधान रहें। अनजान नंबर से आई वीडियो कॉल ना उठायें व उस नम्बर को ब्लॉक कर दें। वाट्सएप पर अगर अपरिचित नंबर से फोन आता है तो उसे रिसीव न करें। गलती से कॉल रिसीव कर लेते हैं, तो सामने का कैमरा ऑन न करें। फेसबुक में आने वाले लाइव चैट के विज्ञापन से बच के रहें। जूम मीटिंग एप की आइडी सार्वजनिक न करें, एडमिन कैमरा डिसेबल कर दें। वाट्सएप प्राइवेसी में अपना अकाउंट सिर्फ कॉन्टेक्ट कर के रखें।
एसपी श्री वसीम अकरम ने बताया कि साइबर क्रिमनल अलग-2 तरीके अपनाकर धोखाधडी/ठगी करने की ताक में रहते हैं। जो कभी भी किसी भी प्रकार का झांसा/लालच देकर धोखाधडी कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि साइबर अपराधों की रोकथाम व साइबर अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिये झज्जर शहर में साइबर क्राइम थाना के अतिरिक्त झज्जर जिला के सभी पुलिस थानों में अलग से एक-एक साइबर हैल्प डैस्क स्थापित की गई हैं। इन साइबर हैल्प डैस्कों पर जाकर कोई भी व्यक्ति साइबर अपराध से संबंधित मदद ले सकता है और साइबर अपराध होने पर अपनी शिकायत दर्ज करवा सकता है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक झज्जर श्रीमती भारती डबास के मार्गदर्शन में स्थानीय पुलिस द्वारा लोगों को साइबर अपराधों से बचाने व जागरूक करने के लिये विशेष जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है। किसी भी तरह के साइबर अपराध से संबंधित शिकायत दर्ज कराने के लिये “राष्ट्रीय साइबर अपराध रिर्पोटिंग पोर्टल” बनाया गया है। जंहा से कोई भी व्यक्ति साइबर अपराधों के बारे में जानकारी हासिल कर सकता है और साइबर अपराध होने पर अपनी शिकायत दर्ज करा सकता है। साइबर अपराध घटित होने पर तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 या साइबर अपराध पोर्टल www.cybercrime.gov.in पर अपनी शिकायत दर्ज करवाएं। उपरोक्त हेल्पलाइन नंबर अथवा पोर्टल पर जितनी जल्दी शिकायत दर्ज कराई जाएगी, धोखाधड़ी से ठगे गए पैसों के रिकवर होने की संभावना भी उतनी अधिक हो जाती है।