प्राचीन वैदिक परंपरा के प्रसार में गुरुकुल की भूमिका महत्वपूर्ण : डा. संजीव बालियान

प्राचीन वैदिक परंपरा के प्रसार में गुरुकुल की भूमिका महत्वपूर्ण : डा. संजीव बालियान

झज्जर के गुरुकुल महाविद्यालय के स्वामी ओमानंद सरस्वती स्मृति संग्रहालय का अवलोकन करते हुए केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी राज्य मंत्री डा. संजीव बालियान व सांसद डा. अरविंद शर्मा।

झज्जर, 19 जनवरी। केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी राज्य मंत्री डा. संजीव बालियान व सांसद डा. अरविंद शर्मा ने गुरुवार की सुबह झज्जर के गुरुकुल महाविद्यालय का दौरा किया और स्वामी ओमानंद सरस्वती संग्रहालय का अवलोकन किया। गुरुकुल के आचार्य विजयपाल ने केंद्रीय मंत्री व सांसद का गुरुकुल पहुंचने पर स्वागत किया।


डा. संजीव बालियान ने कहा कि गुरुकुल हमारी प्राचीन वैदिक शिक्षा प्रणाली के प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। शिक्षा, संस्कार एवं ज्ञान के केंद्र गुरुकुल समाज में सकारात्मकता का भाव भर रहे हैं। इससे पहले उन्होंने परिसर में स्वामी ओमानंद सरस्वती संग्रहालय का भी अवलोकन किया। आचार्य विरजानंद दैवकरणि ने संग्रहालय में मौजूद पुरातत्व व ऐतिहासिक धरोहरों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आर्य जगत के महापुरुषों के साथ-साथ वीर शहीदों से जुड़ी वस्तुओं का यहां अनूठा संग्रह है। गुरुकुल की ओर से केंद्रीय मंत्री को मांग पत्र भी सौंपा गया। जिस पर केंद्रीय मंत्री ने जल्द ही यहां पर केंद्रीय टीम भेजने का आश्वासन दिया।


केंद्रीय मंत्री और सांसद ने गुरुकुल परिसर में बने औषधालय व गौशाला का भी निरीक्षण किया। इस अवसर पर रोहतक लोकसभा के प्रभारी राजीव जैन, संयोजक आनंद सागर, जिला अध्यक्ष विक्रम कादियान जिला परिषद के चेयरमैन कप्तान बिरधाना सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।

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