वॉइस ऑफ़ बहादुरगढ़ न्यूज़ बेरी( झज्जर) 24 फरवरी। एसडीएम रविंद्र मलिक ने कहा कि एनीमिया मुक्त हरियाणा अभियान के तहत एनीमिया दूर करने के लिए स्वास्थ्य विभाग प्रभावी रूप से कार्य करते हुए बच्चों में हीमोग्लोबिन की जांच करना सुनिश्चित करें। इससे मुक्ति के लिए प्रतिदिन हरी पत्तेदार सब्जियों को आहार में शामिल करें तथा सही पाचन के लिए निंबू, मौसमी, आंवला व संतरा का भी सेवन करें।
एसडीएम ने बताया कि एनीमिया को दूर करने के लिए हरी पत्तेदार सब्जियों जैसे पालक, सरसों, मेथी, बथुआ, गाजर, चुकंदर आदि का सेवन सेहत के लिए काफी फायदेमंद साबित होता है। इनके साथ भोजन में विटामिन-सी एवं ए युक्त खाद्य पदार्थ जैसे नींबु, मौसमी, आवंला और संतरा आदि भी शामिल किया जाए। उन्होंने बताया कि हरी पत्तेदार सब्जी को लोहे की कढ़ाई में बनाये तथा रसोई में लोहे से बने बर्तनों का प्रयोग करें। खाना खाने के बाद गुड़ या गुड़ से बनी चीजें जैसे टिकड़ी या तिल से बनी गुड़ की पट्टी अवश्य खानी चाहिए। उन्होंने बताया कि बच्चों में आयरन की कमी होने पर आयरन की गोली भी खिलाई जा सकती है। आयरन युक्त आहार व गोलियां खाने से कम से कम 2 घंटे पहले या बाद में दूध का सेवन करें।
शरीर में रक्त की कमी से होता है एनीमिया
वहीं एसएमओ डॉ सुभाष चंद्र बताया कि एनीमिया एक तरह की बीमारी है, जो रक्त की कमी से पीड़ित व्यक्ति के शरीर में लाल रक्त कोशिकाएं और हीमोग्लोबिन की कमी से होता है। हिमोग्लोबिन रक्त की कोशिकाओं के लिए ऑक्सीजन आबाध्य करने के लिए आवश्यक होता है। यह शरीर में आयरन की कमी से भी होता है। खून की कमी के लक्षणों में शारीरिक कमजोरी, थकान, सिर दर्द, चक्कर आना, त्वचा का पीला होना, दिल की धडकऩ का बढऩा, नाखुन और जीभ का सफेद होना आदि शामिल है। एनीमिया ज्यादातर सभी वर्ग के बच्चों एवं गर्भवत्ती महिलाओं में अधिक पाया जाता है। हमें नियमित अंतराल पर हीमोग्लोबिन की जांच भी करवानी चाहिए। ज्यादा से ज्यादा हरी सब्जियों का सेवन करना होगा।