वॉइस ऑफ़ बहादुरगढ़ न्यूज़ बहादुरगढ़। नगर परिषद बहादुरगढ ने द त्रिलोकेशा कोपरेटिव एलसी सोसायटी लिमिटेड को शहर की स्ट्रीट लाइटें ठीक करने के लिए एक टैंडर अलॉट किया था। स्ट्रीट लाइट ठीक करने संबंधी टैंडर आईडी/2022/एचआरवाई/244832-1 के तहत 7 नवंबर 2022 को उपरोक्त सोसाईटी की बिड मंजूर हुई थी। जबकि इसका वर्क आर्डर 17 नवंबर 2022 को मेमो नंबर एचईवीपी-एसी-5425 के तहत जारी किया गया था। इस टैंडर के अनुसार उपरोक्त एजेंसी को 39 लाख 70 हजार 325 रुपये में लगभग 78 हजार लाइटें छह महीने में ठीक करनी थी। जिसमें हर महीने
लगभग 13 हजार लाइटों को ठीक करने का कार्य करना था। यह जानकारी इनेलो युवा नेता कपूर सिंह राठी ने आज प्रेसवार्ता में दी।
उन्होंने कहा कि नवंबर 2022 का बिल बनाते समय नगर परिषद को इतना तक ध्यान नहीं रहा कि जिस काम का वर्क आर्डर ही 17 नवंबर 2022 को दिया गया है तो उस महीने का बिल 515378 पांच लाख पंद्रह हजार तीन सौ अठहत्तर रुपये कैसे बन सकता है। अगर हम कुल दिए गए वर्क आर्डर के हिसाब से भी उसे छह से भाग करें तो भी पूरे महीने का बिल 661720 रुपये बनता था। जबकि नगर परिषद ने केवल 13 दिन का बिल ही पांच लाख पंद्रह हजार तीन सौ अठहत्तर बना ठेकेदार को भुगतान भी कर दिया। केवल यही नहीं ठेकेदार को भुगतान करते समय नगर परिषद के सभी अधिकारियों ने अपने हस्ताक्षर 15 मार्च 2023 व 16 मार्च 2023 तारीख भी बिल कर दिए। यानि जो सरकारी अधिकारी आडिट का काम करते है उन लोगों ने भी इतनी बडी गलती आखिर किसके दबाव में की यह भी जांच का विषय है। स्ट्रीट लाइट घोटाले के मामले में इंडियन नेशनल लोकदल पहले भी आवाज उठा चुकी है। जिसमें नगर परिषद द्वारा भुगतान ज्यादा करके स्ट्रीट लाइट कम लगाने का मुद्दा शामिल रहा है। जहां एक तरफ सस्ती लाइटों को महंगी दिखाकर नगर परिषद के अंतर्गत लगाया गया। वहीं दूसरी तरफ मुद्दा उठने के बाद उन लाइटों की मेंटेनेंस पांच साल की बता कर अपना पल्ला झाड लिया गया था। इस मौके पर सरदार कुलविंद्र, महावीर उर्फ भूरा राठी, प्रमोद कौशिक, दीपक गुप्ता, अनिल शर्मा, संदीप बेनिवाल, प्रदीप सिन्हा, राज सिंह वर्मा, विनय राणा आदि शामिल रहे।