तिलियार झील पर बाढ़ राहत प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ

 तिलियार झील पर बाढ़ राहत प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ

आपदा के दौरान जीवन बचाना सबसे बड़ी सेवा- उपायुक्त अजय कुमार

वॉइस ऑफ़ बहादुरगढ़ न्यूज़ रोहतक : उपायुक्त अजय कुमार ने कहा कि आपदा के समय किसी का जीवन बचाना ही समाज की सबसे बड़ी सेवा है। प्रदेश सरकार द्वारा प्रशिक्षणार्थियों को बाढ़ राहत के लिए लोगों की जान बचाने के तौर तरकों की जानकारी दी जाती है। राज्य स्तरीय बाढ़ राहत प्रशिक्षण शिविर महत्वपूर्ण शिविर है।

उपायुक्त अजय कुमार स्थानीय तिलियार लेक पर राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा आयोजित पांच दिवसीय राज्य स्तरीय बाढ़ राहत प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ करने के उपरांत उपस्थितगण को सम्बोधित कर रहे थे। यह प्रशिक्षण शिविर 9 मई तक जारी रहेगा। प्रदेशभर के रिसोर्स पर्सन को हर वर्ष बाढ़ राहत का प्रशिक्षण तिलियार लेक पर दिया जाता है। इस प्रशिक्षण शिविर में उपलब्ध संसाधनों की समीक्षा की जाती है तथा समय के अनुसार इन संसाधनों को अपडेट भी किया जाता है। इस शिविर के दौरान संसाधनों तथा रिसोर्स पर्सन की समीक्षा के साथ-साथ रिसोर्स पर्सन के कौशल में और सुधार किया जाता है। शिविर के दौरान उपलब्ध संसाधनों की समीक्षा की जाती है तथा कमियों को दूर किया जाता है ताकि आपदा के समय किसी प्रकार की परेशानी न हो। 

उन्होंने कहा कि इस वर्ष राज्य स्तरीय बाढ़ राहत प्रशिक्षण शिविर को आजादी के अमृत महोत्सव को समर्पित किया गया है। उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों का आह्वïान किया कि वे प्रशिक्षण शिविर के दौरान दी गई जानकारी को ग्रहण करें। उन्होंने कहा कि बाढ़ राहत प्रशिक्षण शिविर में पहुंचे प्रशिक्षणार्थी सामान्य डयूटी से हटकर आपातकालीन स्थिति में लोगों की रक्षा के लिए आगे आएं है। बाढ़ राहत प्रशिक्षण शिविर के दौरान प्रशिक्षणार्थियों को किश्ती चलाना, गोता लगाना तथा बाढ़ में फंसे व्यक्तियों की मदद के तरीको का प्रशिक्षण दिया जाता है। 

उपायुक्त अजय कुमार ने कहा कि प्रशिक्षण शिविर में रिसोर्स पर्सन के कौशल को जांचा जाता है तथा उनके कौशल में और सुधार किया जाता है। बाढ़ राहत प्रशिक्षण शिविर केन्द्र के दौरान बाढ़ राहत के दौरान की जाने वाली गतिविधियों की जानकारी रिसोर्स पर्सन को दी जाती है। उन्होंने प्रशिक्षण शिविर में शामिल सभी रिसोर्स पर्सन को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि बाढ़ राहत के दौरान योजना के अनुसार कार्य किया जाता है तथा एक निर्धारित प्रणाली के तहत बाढ़ राहत कार्य चलाया जाता है। इस अवसर पर प्रशिक्षु आई.ए.एस. विश्वजीत चौधरी, जिला राजस्व अधिकारी चंद्रमोहन बिश्नोई, मास्टर टे्रनर इत्यादि मौजूद रहे। 

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