हमारा देश भारत योग गुरु कहलाता है क्योंकि योग का जन्म हमारे देश में हुआ है। भारत में साधु, संत , महर्षियो ने योग के माध्यम से कई साधनाएं की और सिद्धियां भी प्राप्त की। लेकिन न जाने वर्तमान मे लोग योग को अपने जीवन शैली मे क्यों नहीं अपना रहे।योग की जानकारी तो हर किसी को है लेकिन उसके प्रति समझ बस कुछ लोगो को ही है।जिस तरह भोजन, पानी,और हवा हर इंसान को जीने के लिए बहुत जरूरी है। उसी तरह योग व्यक्ति को स्वस्थ, सुदृढ़ बनाने के लिए जरूरी है। प्राचीन समय में आदमी रोजमर्रा के कार्य के साथ योग को भी अपनी जीवनशैली में अपनाता था। जिससे वह अपने बाह्य व आंतरिक शक्तियों को बढा पाता था। योग की शिक्षा बच्चो को शुरू से ही स्कूल व घरों से मिलने लगती जिससे छोटी सी उम्र में ही बच्चों की शारीरिक क्षमता अच्छी होती। आज के समय में बच्चों को शारीरिक श्रम से ही तबीयत बिगड़ जाती है। क्योंकि योग तो उनकी जीवन शैली में है ही नहीं। लोग योग शुरू जब करने लगते हैं जब उनको शारीरिक पीड़ा होने लगती है या शरीर में कुछ परिवर्तन दिखाई देता है। क्यों ना हम योग को शुरू से ही अपना ले ताकि कोई शारीरिक पीड़ा सहन नहीं करनी पड़े, योग न केवल हमारे शरीर बल्कि मन, आत्मा को शुद्ध और पवित्र करता है अपितु सकारात्मक सोच को भी बढ़ाता है। हमारा मनोबल सुदृढ़ होता है इतना ही नहीं आध्यात्मिकता को भी प्रबल बनाता है। योग को जन्म देने वाले देश में योग को बढ़ावा देने के लिए जागरूक करना पड़ रहा है यह एक विचारणीय बात है। योग को विद्यालय महाविद्यालयों में अनिवार्य कर देना चाहिए इससे विद्यार्थियों के जीवन में परिवर्तन देखने को मिलेगा। विद्यार्थियों में स्मरण शक्ति का तेज होना, मन में अशांति उत्पन्न ना होना, सकारात्मक सोच को हमेशा रखना ,उचित निर्णय लेने की क्षमता को बढ़ाता है योग। तो फिर क्यों ना योग को अपनाएं। आज भले ही लोग आधुनिक तकनीकों द्वारा अपने शरीर को सुदृढ़ व सुंदर बनाना चाहते हैं लेकिन उनकी शारीरिक सुंदरता वह दृढ़ता स्थाई नहीं रहती बल्कि समय बीतते बीतते शरीर को कई परेशानियां झेलनी पड़ती है। स्वस्थ और निरोगी सुडौल शरीर योग ही बनाता है। छोटे से बड़े हर उम्र के व्यक्ति को दवाई खानी पड़ रही है क्योंकि हर कोई किसी ना किसी बीमारी या कमजोरी से ग्रसित है योग शिक्षा व प्रशिक्षण से हर कोई व्यक्ति इन परेशानियों से बच सकता है। हमें सोचना चाहिए यदि शुरू से ही योग घरों में सब करने लग जाए तो इलाज के हजारों लाखों रुपए खर्च ना हो। योग अपनाएं और खुशहाल जीवन जिए।