
सागर इंदौरा दिल्ली : दिल्ली के कंझावला कांड में जैसे-जैसे पुलिस की जांच आगे बढ़ रही है, रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं. कार हादसे में जान गंवाने वाली अंजलि के खिलाफ लापरवाही से वाहन चलाने का एक मामला पहले से ही दर्ज है. 6 महीने पुराने इस मामले में डॉक्टरों की मेडिकल रिपोर्ट में उसके मुंह से शराब की बदबू आने की बात भी कही गई है
दिल्ली पुलिस ने कंझावला कांड के आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलवाने की बात कही है. हालांकि, पुलिस की जांच में पहले ही सामने आ चुका है कि ये मामला सिर्फ सड़क हादसे का है, नाकि कत्ल का. कुल मिलाकर कंझावला कांड के आरोपियों पर गैर-इरादतन हत्या का ही मामला दर्ज होगा. जिसमें आरोपियों को 10 साल से लेकर उम्रकैद तक की सजा हो सकती है
कौन हैं चारों आरोपी?
आरोपियों में से एक अमित खन्ना उत्तम नगर में एसबीआई बैंक के क्रेडिट कार्ड डिपार्टमेंट में काम करता है. दूसरा आरोपी कृष्ण कनॉट प्लेस के स्पेनिश कल्चर सेंटर में काम करता है. तीसरा आरोपी मिथुन हेयर ड्रेसर है. चौथा आरोपी मनोज मित्तल इलाके का बीजेपी नेता है और सुलतानपुरी में राशन की दुकान चलाता है.
कंझावला कांड के पहले सिरे की बात करें, तो चारों आरोपियों ने 31 दिसंबर 2022 की शाम को पहले सुलतानपुरी में नए साल का जश्न मनाया.इसके बाद मुरथल जाकर खाना खाने का प्लान बना.31 दिसंबर की रात करीब दस बजे के अमित अपने दोस्त आशुतोष से उसकी कार मुरथल जाने के लिए मांगता है.ये कार आशुतोष की नहीं, बल्कि उसके जीजा लोकेश की है. कार कुछ दिनों से आशुतोष के घर पर ही खड़ी हो रही थी
कंझावला कांड के दूसरे सिरे की बात करें, तो 31 दिसंबर 2022 की रात अंजलि भी अपनी दोस्त निधि के साथ नए साल का जश्न मनाने की तैयारी कर रही थी. अंजलि अपने घर से शाम को करीब साढ़े छह बजे स्कूटी से निधि के घर पहुंचती है. यहां से दोनों शाम साढ़े सात बजे के करीब विवान होटल पहुंचते हैं.
रात के करीब दो के आसपास मुरथल से आ रही आरोपियों की कार और स्कूटी के बीच टक्कर हो जाती है. टक्कर होने के बाद अंजलि और निधि स्कूटी से गिर पड़ते हैं, लेकिन अंजलि कार के नीचे फंस जाती है. आरोपियों को पता था कि अंजलि कार के नीचे फंस गई है, लेकिन नशे में धुत आरोपियों ने कार नहीं रोकी और उसे घसीटते रहे.
करीब दो घंटे तक कार को सड़कों पर नचाते हुए आरोपी करीब चार बजे कंझावला मोड़ पर पहुंचते हैं. इसी दौरान अंजलि की लाश कार के नीचे से निकल जाती है.
सभी आरोपी अपने घर पहुंच जाते हैं. पुलिस को लाश के बारे में करीब चार बज कर दस मिनट पर सूचना मिलती है. हालांकि, उस समय तक दिल्ली पुलिस के हाथ हादसे का सीसीटीवी फुटेज लग चुका था. कार के नंबर के सहारे पुलिस ने सभी आरोपियों को सुबह करीब आठ बजे तक गिरफ्तार कर लिया था.
पूरे परिवार की जिम्मेदारी अंजलि के कंधों पर ही थी. ब्यूटीशियन का कोर्स करने वाली अंजलि शादी और दूसरे फंक्शन में महिलाओं और लड़कियों का मेकअप करती थी. इसके साथ ही अंजलि पार्ट टाइम शादियों में मेहमानों का स्वागत करने के लिए उन पर फूल बरसाने का काम भी करती थी. इन पैसों से ही घर का खर्च चलता था.