वॉइस ऑफ़ बहादुरगढ़ न्यूज़ रोहतक, उपायुक्त यशपाल ने जिलावासियों का आह्वान किया है कि वे आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान एनीमिया मुक्त हरियाणा अभियान के तहत एनीमिया दूर करने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य करें। एनीमिया मुक्त होने के लिए प्रतिदिन हरी पत्तेदार सब्जियों को आहार में शामिल करें तथा सही पाचन के लिए निंबू, मौसमी, आंवला व संतरा का भी सेवन करें उपायुक्त यशपाल नेे बताया कि एनीमिया को दूर करने के लिए हरी पत्तेदार सब्जियों जैसे पालक, सरसों, मेथी, बथुआ, गाजर, चुकंदर आदि का सेवन करें। इनके साथ भोजन में विटामिन-सी एवं ए युक्त खाद्य पदार्थ जैसे नींबु, मौसमी, आवंला और संतरा आदि भी शामिल करें। हरी पत्तेदार सब्जी को लोहे की कढ़ाई में बनाये तथा रसोई में लोहे से बने बर्तनों का प्रयोग करें। पत्तेदार हरी सब्जी को अच्छी तरह धोने के उपरांत ही काटें। खाना खाने के बाद गुड़ या गुड़ से बनी चीजें जैसे टिकड़ी या तिल से बनी गुड़ की पट्टी अवश्य खानी चाहिए। आयरन की कमी होने पर बच्चों को आयरन की गोली भी खिलाई जा सकती है। आयरनयुक्त आहार व गोलियां खाने से कम से कम 2 घंटे पहले या बाद में दूध का सेवन करें।
एनीमिया के लक्षण –
रक्त की कमी से होता है एनीमिया
उपायुक्त यशपाल ने बताया कि एनीमिया एक तरह की बीमारी है, जो रक्त की कमी से पीडि़त व्यक्ति के शरीर में लाल रक्त कोशिकाएं और हिमोग्लोबिन की कमी से होता है। हिमोग्लोबिन रक्त की कोशिकाओं के लिए ऑक्सीजन आबाध्य करने के लिए आवश्यक होता है। यह शरीर में आयरन की कमी से भी होता है। खून की कमी के लक्षणों में शारीरिक कमजोरी, थकान, सिर दर्द, चक्कर आना, त्वचा का पीला होना, दिल की धडकऩ का बढऩा, नाखुन और जीभ का सफेद होना आदि शामिल है। एनीमिया ज्यादातर सभी वर्ग के बच्चों एवं गर्भवत्ती महिलाओं में अधिक पाया जाता है। हमें नियमित अंतर्राल पर हिमोग्लोबिन की जांच भी करवानी चाहिए।