वॉइस ऑफ़ बहादुरगढ़ न्यूज़ रोहतक, उपायुक्त यशपाल ने जिला के पशुपालकों का आह्वान किया है कि वे अपने पशुओं को पर्याप्त एवं संतुलित आहार दें। पशुओं को खनिज मिश्रण देने के साथ-साथ नस्ल सुधार कार्यक्रम का भी लाभ उठाये। पशुओं के छोटे बच्चों का सही रख-रखाव करें तथा उनके आहार का भी विशेष ध्यान दें।
उपायुक्त यशपाल ने कहा है कि पशुपालन में खुराक व पानी की महत्वता के साथ-साथ पशुओं के लिए खनिज मिश्रण व रखरखाव, पशुपालन में पशुओं की नस्ल का चुनाव व नस्ल सुधार कार्यक्रम, छोटे बच्चों का रखरखाव व खीस पिलाने का महत्व व बिमारियों से बचाव तथा टीकाकरण का महत्वपूर्ण योगदान है। पशुओं को उपयुक्त मात्रा में संतुलित आहार देकर पशुपालक पशुपालन व्यवसाय को लाभकारी बना सकते है। पशुओं को आवश्यकतानुसार संतुलित आहार देने से पूरा उत्पादन लिया जा सकता है। पशुओं को आवश्यकता से ज्यादा भोजन देने से पशुपालन की लागत बढ़ जाती है तथा ज्यादा भोजन देने से कोई लाभ नहीं होता। पशुओं का समय-समय पर टीकाकरण भी करवाया जाये ताकि विभिन्न बीमारियों से बचाव हो सके। पशुपालन व्यवसाय में नस्ल सुधार का भी विशेष महत्व है। पशुपालक उन्नत नस्ल के पशु रखें ताकि उन्हें ज्यादा से ज्यादा मुनाफा मिल सके।
सुंडाना गांव में पशुपालकों को किया गया जागरूक
हिसार स्थित लाला लाजपत राय पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के स्थानीय पशु विज्ञान केंद्र द्वारा जिला के गांव सुंडाना में जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में पशु विशेषज्ञों द्वारा पशुपालकों को पशुओं की खुराक पानी, खनिज मिश्रण, रखरखाव व नस्ल सुधार कार्यक्रम बारे जागरूक किया। स्थानीय पशु विज्ञान केंद्र के प्रभारी डॉ राजेंद्र सिंह ने पशुपालकों को पशुओं के लिए संतुलित आहार एवं खनिज मिश्रण के महत्व के बारे में विस्तार से जानकारी दी। डॉ राजेंद्र ने मोटे अनाजों के उपयोग व महत्व पर भी प्रकाश डाला। इस जागरूकता शिविर का आयोजन गांव सुडाना के पशु चिकित्सक डॉ. दीपक सैनी द्वारा किया गया तथा इस अवसर पर डॉ. सैनी ने पशुपालकों को पशुपालन विभाग द्वारा चलाई जा रही पशुपालक हित की योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी।