ठंड के मौसम में पशुओं की उचित देखभाल करें पशुपालक : डॉ राजेंद्र

ठंड के मौसम में पशुओं की उचित देखभाल करें पशुपालक : डॉ राजेंद्र

बेरी( झज्जर),24 दिसंबर। नजदीकी गांव लकडिय़ा स्थित हरियाणा पशु विज्ञान केन्द्र में पशुपालन ज्ञान दिवस का आयोजन किया गया,जिसमें अनेक पशु पालकों ने भाग लिया। इस अवसर पर लाला लाजपत राय पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के विशेषज्ञ डॉ राजेंद्र सिंह ने पशुपालकों को ठंड से पशुओं को बचाव के तरीके बताए।
मौसम के हिसाब से पशुओ की देखभाल व प्रबंध जरुरी
उन्होंने पशुपालकों को नस्ल का चुनाव व  मौसम के हिसाब से पशुओ की देखभाल व प्रबंध के साथ-साथ पशुओ के लिए स्वच्छ व साफ पानी की व्यवस्था व महत्वता के बारे में पशु पालकों को  मौखिक व व्यावहारिक ज्ञान प्रदान किया ।  डॉ राजेंद्र सिंह ने पशुओ के जीवन में खनिज तत्वों का महत्व विशेषतौर से प्रजनन, शरीर की बनावट के लिए, दूध उत्पादन इत्यादि के लिए विस्तार से प्रकाश डाला।
पशुओं को ठंड से बचाने के लिए इन बातों का रखें ध्यान
पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के विशेषज्ञ डॉ राजेंद्र सिंह ने कहा कि पशुपालक घर के अंदर बिछावन सर्दी के मौसम में 6 से 8 इंच मोटा रखें अगर गीला हो जाए ,तो उसको तुरंत सुखा करें वह ढका हुआ स्थान भैंस को 4 वर्ग मीटर के हिसाब से तथा गाय को 3:30 वर्ग मीटर के हिसाब से घर के अंदर दें। वहीं पशु को शीतलहर से बचाने के लिए खिड़कियों पर पर्दे या  टॉ ट या बोरी लगाएं ताकि घर के अंदर ठंडी हवा  प्रवेश ना करें । रोशनदान अवश्य हो ताकि गैसों की उत्पत्ति जो पशु घर के अंदर हो वह बाहर निकल जाए। साथ ही पशु के खान-पान में विशेष ध्यान रखें  पशुओं को गुड़ व आवटी खाने में दें  संतुलित आहार खाने में दें उसके अंदर खनिज तत्व खनिज मिश्रण भी डालें बड़े पशुओं के लिए 100 ग्राम के लगभग और जो हल्के हैं दुधारू पशु हैं उनको 50 से 60 ग्राम रोजाना दे।
उन्होंने बताया कि रात के वक्त पशुओं को सूखा पदार्थ जैसे कि तूड़ा या सुखी  सानी या धान की प्राल से पशुओं की खोर को भरकर रखें ताकि पशु जब उठे तो रात को सुखा पदार्थ खाएगा  तो सर्दी कम लगेगी,इसके अलावा  धूप निकले तब धूप लगाएं या कई दिन धूप नही निकले तो विटामिन डी पशुओं को खिलाएं । पीने के लिए पानी गुनगुना पानी पिलाएं ताकि पशु की ऊर्जा  ठंडा पानी को हजम करने के लिए न लगे । उन्होंने कहा कि इन सुझावों पर अगर पशुपालक ध्यान देंगे तो अपने पशुओं को सर्दी से बचा सकेंगे। जिससे उनके पशुधन को ठंड के प्रकोप से बचाया जा सकेगा। जागरूकता कार्यक्रम में उपस्थित पशु पालकों ने ध्यान पूर्वक बातों को सुना। इस अवसर पर अनेक पशु चिकित्सक और वीएलडीए और पशु पालक उपस्थित थे।

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