वॉइस ऑफ़ बहादुरगढ़ न्यूज़ संजय पांचाल रोहतक में शुक्रवार को नगर निगम की बैठक हुई। जिसमें पार्षद और अधिकारी मौजूद रहे। अधिकारी जन समस्याएं लेकर बैठक में पहुंचे। जहां पर अधिकारियों को भी लताड़ा। साथ ही कहा कि जन समस्याओं का समय पर समाधान नहीं हो रहा। जिस पर अधिकारी केवल खानापूर्ति करते व निरीक्षण की बात कहते ही नजर आए।नगर निगम की बैठकों में अधिकारियों व पार्षदों के बीच तालमेल की कमी साफ दिखाई देती है। पार्षदों द्वारा जिन भी समस्याओं को बैठक में उठाया जाता है, उन्हें केवल आश्वासन ही मिलते हैं। जिसके कारण पार्षदों द्वारा आरोप लगाए जाते हैं कि अधिकारी उनकी बात नहीं सुनते। यहां तक कि इसी बात को लेकर बैठकों में पहले भी हंगामे हो चुके हैं।शुक्रवार को हुई बैठक में सड़क, सीवर, पानी व बिजली आदि के मुद्दों को उठाया गया। जिसमें पार्षदों ने कहा कि समस्याओं का जल्द से जल्द समाधान हो। अन्यथा वे अधिकारियों के खिलाफ मोर्चा खोलने से भी पीछे नहीं हटेंगे। अधिकारियों ने समाधान का आश्वासन भी दिया।इससे पहले 6 फरवरी को नगर निगम की बैठक हुई थी। जिसमें बिजली व पानी की समस्याओं को लेकर हंगामा हुआ। इसके बाद फिर से शुक्रवार को 8 एजेंडों को लेकर बैठक बुलाई गई। जिसमें पार्षदों व अधिकारियों के बीच तालमेल की कमी दिखाई दी।नगर निगम की बैठक में पार्षदों द्वारा जिन समस्याओं व मांगों को उठाया जाता है, उनका जल्द से जल्द समाधान करने की मांग भी रखी जाती है। कई शिकायतों की स्थिति तो यह होती है कि उनका समाधान काफी लंबे समय से नहीं हुआ रहता। जिसके कारण पार्षद भी अधिकारियों को घेरने का प्रयास करते हैं। ताकि समस्याओं का समाधान हो पाए।सीवर व पानी की समस्या के कारण शहरवासी परेशानी झेल रहे हैं। नगर निगम की लगभग हर बैठक में सीवर व पानी की समस्या को रखा जाता है, लेकिन समाधान के दावे भी किए जाते हैं। इनका समाधान होता दिखाई नहीं दे रहा। समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है। बार-बार समस्या बैठक में रखने के बाद भी लोगों को जल्दी से राहत नहीं मिलती।